जानिए आईवीएफ गर्भावस्था के लक्षणों के बारे में

जानिए आईवीएफ गर्भावस्था के लक्षणों के बारे में

इस विषय के बारे में बात करने से पहले आइए जानते है कि यह IVF क्या होता है? IVF जिसका पूरा नाम इन-विट्रो-फर्टिलाइज़ेशन है। आपको बता दें,जो दंपत्ती आसानी से माता-पिता नहीं बन पाते,उनके लिए IVF तकनीक को अपनाया जाता है ताकि वे इस तकनीक की मदद से माता-पिता बनने का सुख प्राप्त कर सकें। अमेरिकन एकेडमी आॅफ फैमिली फिज़ीशियन के अनुसार 6 से 12 महीने तक कोशिश के बाद भी यदि कोई महिला कंसीव नहीं कर पाती है,तो उस स्थिति को इनफर्टिलिटी कहा जाता है। जिसके लिए IVF ट्रीटमेंट की आवश्यकता होती है।  

यह एक फर्टिलिटी ट्रीटमेंट है,जिसमें सबसे पहले ओवरी को हार्मोन्स के इंजेक्शन्स के द्वारा अंडे बनाने के लिए उत्तेजित किया जाता है,जिसके बाद अंडाशय में से अंडों को निकाला जाता है। फिर परिपक्व स्पर्म और परिपक्व अंडों को एक साथ फर्टिलाइज़ किया जाता है और एक महिला के शरीर में वापस रख दिया जाता है।

आपको बता दें,IVF प्रेग्‍नेंसी भी नॉर्मल प्रेग्‍नेंसी की तरह ही होती है लेकिन इसके लक्षण दिखने में लगभग दो हफ्ते का समय लग जाता है। अगर आपने भी IVF ट्रीटमेंट ली है,तो आपको इस ट्रीटमेंट के बाद दिखने वाले प्रेग्‍नेंसी लक्षणों के बारे में पता होना चाहिए। यहां हम आपको IVF ट्रीटमेंट के बाद दिखने वाले प्रेग्‍नेंसी के कुछ आम लक्षणों के बारे में बता रहे हैं।

आईवीएफ गर्भावस्था के लक्षणों

आईवीएफ गर्भावस्था के लक्षण:

1. पीरियड्स का ना आना

यदि आपके पीरियड हर महीने समय पर आते है लेकिन IVF उपचार के बाद पीरियड्स नहीं हो रहे तो ये गर्भावस्था के संकेत हो सकते हैं तथा इसके अलावा आपको IVF के दो सप्‍ताह के बाद सिरदर्द की शिकायत होने लगी है,तो यह भी प्रेग्‍नेंसी के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं। आपको बता दें,हर प्रेगनेंट महिला के पीरियड मिस नहीं होते हैं। IVF ट्रीटमेंट के बाद इंप्‍लांट के लगभग दो हफ्ते बाद भी महिलाओं को अक्‍सर ब्‍ल‍ीडिंग या स्‍पॉटिंग होती है।  

2. ब्रेस् में बदलाव और जी मतली

जिस प्रकार नॉर्मल तरीके से कंसीव करने पर प्रेगनेंट महिलाओं को जी मतली और उनके ब्रेस्‍ट में बदलाव होने के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। ठीक उसी प्रकार IVF ट्रीटमेंट कराने वाली महिलाओं के अंदर भी यही सब लक्षण दिखाई देने लगते हैं। अब क्योंकि हर महिला की प्रेग्‍नेंसी में अंतर होता है इसलिए किसी महिला में इसके हल्के लक्षण तो किसी में इसके गंभीर लक्षण दिखाई दे सकते हैं।

3. थकान और प्यास लगना

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को पहले से ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है,जिस कारण वे जल्दी थक जाती है,उन्हें प्यास लगने लगती है और बार-बार पेशाब आने की शिकायत होने लगती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि मेटाबोलिक रेट बढ़ जाता है और किडनी अपशिष्‍ट पदार्थों को अधिक मात्रा में शरीर से बाहर निकालने लगती है। यदि आपको भी IVF ट्रीटमेंट लेने के कुछ दिनों बाद थकान महसूस हो रही है,तो समझ लें कि यह प्रेग्‍नेंसी का एक संकेत है।

अधिक जानकारी के लिए यहाँ पड़े - IVF तकनीक किसके लिए आवश्यक है? 

निष्कर्ष:- अतः ये कुछ लक्षण थे,जिसके बारे में हमने आपको ऊपर बताया। यदि एक महिला के ये लक्षण नज़र आते हैं तो इसका अर्थ यह है कि वह महिला प्रे्रग्नेंट है अथवा गर्भवती है। यदि आप किसी अच्छे IVF सेंटर की तलाश में हैं तो एक बार Benson IVF & Health Care Center ज़रूर विज़िट करें। यह दिल्ली का जाना माना IVF सेंटर है,जो कि IVF से संबंधित बेहतर सुविधाएं मुहैया कराता है। 

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